सर्दियों के मौसम में, ऐसे खाने खाने चाहिए जो शरीर को मजबूत बनाए इन्हे खा कर खून को गरम रखना और बीमारियों से बचाना आसान होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि सही पोषण तत्वों से भरा हुआ शरीर, सर्दियों की बिमारियों से बचा सकता है।
सर्दियों में, हम सुखी गर्म चीजों का इंतजार करने लगते हैं, जैसे सूप, स्टॉज और हर्बल चाय। ये आसपास की सर्दी से बचाव में मदद कर सकते हैं।
प्रमुख बिंदु:
- सर्दियों में प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले आहार का महत्व
- शरीर को मजबूत करने की कुंजी
- सर्दियों में इम्युनिटी बढ़ाने के घरेलू नुस्खे
- सेहतमंद जीवन शैली को अपनाना
- शीतकालीन फलों और सब्जियों के फायदे
शीतकालीन मौसम में प्रतिरक्षा क्षमता को मजबूत करने की आवश्यकता
Winter में ठंड के मौसम में हमारी प्रतिरक्षा क्षमता कमजोर हो जाती है। यह हमें बीमारियों से लड़ने में मुश्किल कर देती है।2 इस मौसम में फ्लू, सर्दी-जुकाम, श्वसन संक्रमण जैसी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है।
सर्दियों में बढ़ते संक्रमण और बीमारियां
इम्युनिटी रोग प्रतिरोधक क्षमता है जो हमें संक्रमण से बचाती है।2 इस मौसम में प्रतिरक्षा क्षमता को मजबूत रखना बहुत जरूरी है।
इम्युनिटी के महत्व का वर्णन
Winter में हमारी प्रतिरक्षा क्षमता कमजोर पड़ जाती है, फिर हम बीमारी के शिकार होते हैं। इस समय फ्लू, सर्दी-जुकाम, श्वसन संक्रमण आदि जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इम्युनिटी संक्रमण से लड़ने में हमारी मदद करती है। इसलिए शीतकालीन मौसम में अपनी प्रतिरक्षा क्षमता को मजबूत रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक शीतकालीन खाद्य पदार्थ
सर्दियों में हमें शीतकालीन खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए. ये हमारी इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं।3 आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है. यह प्रतिरक्षा तंत्र को सुधारने में सहायक है। गुड़ में गर्म गुण होते हैं, जो सर्दियों से बचाव में मददगार हैं। ये इम्युनिटी को भी मजबूत करते हैं।
शकरकंद की पोषक गुणवत्ता
शकरकंद में विटामिन ए, पोटैशियम, फाइबर, और और पोषक तत्व होते हैं. ये हमें हेल्दी रखने में और इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं।
मसालों और जड़ी-बूटियों का योगदान
कुछ मसाले और जड़ी-बूटियां इम्युनिटी बढ़ा सकती हैं। काली मिर्च में पिपेरिन है, जो सफेद रक्त कोशिकाओं में सुधार कर प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाता है1।
लेमनग्रास के एंटीऑक्सीडेंट गुण खांसी, गले की खराश या बुखार में मदद करते हैं । अदरक और लहसुन की एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करती हैं।
काली मिर्च के फायदे
काली मिर्च में पिपेरिन है, जो सुधार कर प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाता है1। यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
लेमनग्रास के एंटीऑक्सीडेंट गुण
लेमनग्रास में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये खांसी, गले की खराश या बुखार में मदद करते हैं।
इसका प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अदरक और लहसुन के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
अदरक और लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ये संक्रमण से शरीर को बचाते हैं1।