वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम ने शाकाहारी प्रोटीन स्रोत पर बहुत सारी जानकारी दी है।
प्रोटीन को हम जीवन की इमारत की “ईंट” कह सकते हैं।
यह सिर्फ मांस नहीं, कई अन्य स्रोतों से भी मिलता है।
यह आम तौर पर सोचा जाता है कि प्रोटीन केवल मांस द्वारा ही आता है।
लेकिन यह साँइस्ट बनाने में मदद करता है, ऊतकों को सहारा देता है।
प्रमुख बिंदु
- वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम ने बहुत सारी जानकारी उपलब्ध कराई है।
- प्रोटीन शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है।
- किंतु बहुत कम लोग इसे पूरी तरह समझते हैं।
- ICMR 2020 के अनुसार, रोज 0.8 से 1 g प्रोटीन प्रति kg वजन चाहिएए।
शाकाहारी प्रोटीन आवश्यकताएं
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसका काम ऊर्जा देना, ऊतक बनाना, और हार्मोन बढ़ाना है।
इससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
अगर हमें प्रोटीन की कमी हो, तो हमें स्वास्थ्य समस्याएँों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रोटीन की आवश्यकता क्यों है?
प्रोटीन आंतरिक रूप से हमारे शरीर के कई कामों में मदद करता है।
यह हमारे मांसपेशियों, कोशिकाओं, और अंगों की मरम्मत में भी उपयोगी है।
इसकी कमी से हार्ट और मस्तिष्क समस्याएं हो सकती हैं।
स्वस्थ एंजायम्स और नर्वस सिस्टम के लिए भी प्रोटीन महत्वपूर्ण है।
पर्याप्त प्रोटीन लेने से हमें जीवन की कई समस्याएँ आसानी से टल जाती हैं।
प्रोटीन की कमी के प्रभाव
अगर हमारे शरीर में प्रोटीन की कमी है, तो हमें कई खतरनाक समस्याएँों का सामना करना पड़ सकता है।
ये समस्याएँ आंतरिक रूप से हमारे शरीर को प्रभावित करती हैं।
लोगों में, भारत के 73% लोग प्रोटीन आवश्यकताएं को पूरा करने में विफल हो जाते हैं।
इसलिए, हमें अपने प्रोटीन आवश्यकताओं का ध्यान रखना चाहिए।
इसलिए, हमें अपने आहार में विविध स्रोतों से प्रोटीन लेना चाहिए।
ऐसा करने से हम अपने स्वास्थ्य की अच्छी देखभाल कर सकते हैं।
शोध से पता चलता है कि अधिकांश शाकाहारी और वीगन अपनी प्रोटीन आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
wellhealthorganic.com : शाकाहारी प्रोटीन स्रोत अभिलेख
वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम आपकी diet के लिए प्रोटीन सम्मिलित करने में मदद करता है। यहाँ आपको ज्यादा पोष्टिक, बायोलॉजिक अन प्लैंट-आधारित प्रोटीन मिलेगा। इससे आपकी daily प्रोटीन की आवश्यकता पूरी होगी।
वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम पर आपको बहुत सारे विकल्प मिलेंगे। यहाँ आटे हैं:
- दालें, सेम और मटर के त्वरित प्रोटीन वितरक
- क्विनोआ जैसे पूर्ण प्रोटीन स्रोत
- मेवे और बीजों के लघु प्रोटीन बम
- सोया उत्पाद जैसे टोफू, टेम्पे और एडामामे
- डेयरी उत्पाद जैसे अंडे, पनीर और दही
इन उत्कृष्ट प्रोटीन स्रोतों के बारे में और बीचार, लाभों के बारे में पूरी जानकारी पा सकते हैं। इससे आप वेजिटेरियन प्रोटीन को आसानी से अपनी diet में जोड़ सकेंगे। इससे आपकी स्वास्थ्य बहुत उत्तम होगी।
ुs करता है। यहां से आप अपनी diet में वेजिटेरियन फ़ूड जोड़ सकते हैं। इससे आपका स्वास्थ्य बहुत बेहतर होगा।
दालें, सेम और मटर – क्षिप्र प्रोटीन वितरक
दालें, सेम और मटर शाकाहारी भोजन में महत्वपूर्ण प्रोटीन के स्रोत हैं। ये पौधे वाले खाद्य में प्रोटीन के साथ-साथ फाइबर, लौह, फोलेट, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं।
दालों, सेम और मटर में प्रोटीन पोषक तत्व गुणवत्ता
दाल प्रोटीन, मटर प्रोटीन, सेम प्रोटीन से भरपूर ये व्यंजन हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। एक अध्ययन में इन्हें दिल की सेहत और मधुमेह की रोकथाम में फायदेमंद पाया गया है।
इनमें आयरन, फोलेट और फाइबर जैसे अन्य पोषक तत्व भी होते हैं। उदाहरण के लिए, एक कप सेम में लगभग 8 ग्राम प्रोटीन होता है। मटर में एक कप में लगभग 9 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है।
दाल प्रोटीन, मटर प्रोटीन और सेम प्रोटीन भरपूर इन घटकों से भरपक हैं। इनका नियमित सेवन सेहत के लिए लाभकारी है।
क्विनोआ – पूर्ण प्रोटीन स्रोत
क्विनोआ एक उच्च पोषक मूल्य वाला अनाज है। इसे क्विनोआ प्रोटीन कहा जाता है। यह पूर्ण प्रोटीन होने के कारण शाकाहारी प्रोटीन स्रोतों से अलग है।
इसमें नौ आवश्यक अमीनो एसिड हैं।
कुछ स्वास्थ्य वेबसाइट्स पर पोषण गुणवत्ता और स्वास्थ्य लाभ के उसके महत्व को दिखाने वाला अध्ययन हुआ था। उसका मतलब, क्विनोआ का योगदान शाकाहारी आहार में महत्वपूर्ण है।
एक कप पके हुए क्विनोआ में आस-पास 8 ग्राम प्रोटीन होता है।
वहीं, एक कप पके हुए चने में करीब 15 ग्राम प्रोटीन होता है।
ऐसा कहते हुए, क्विनोआ और दालों का यूज करके आप प्रोटीन की अच्छी मात्रा प्राप्त कर सकते हैं।
“क्विनोआ उच्च पोषक मूल्य और पूर्ण प्रोटीन स्रोत है। यह अहम भूमिका शाकाहारी आहार में निभाता है।”
सारांश में, क्विनोआ एक बहुत अच्छा शाकाहारी प्रोटीन स्रोत है। यह उच्च पोषण गुणवत्ता और स्वास्थ्य लाभ देता ह। आप इसे वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम जैसी साइट्स से पढ़ सकते हैं।
मेवे और बीज – लघु प्रोटीन बम
नट्स और बीज, मेवे प्रोटीन और बीज प्रोटीन के बहेतरीन स्रोत हैं। ये स्वस्थ वसाहरु, विटामिन, ओर मिनरल्स भी छुपाते हैं। एक बादाम में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है.
नोटिका, उ.ए. की एक संगठन, का कहना है कि नट्स खाने से दिल के रोग का खतरा कम होता है.
कुछ मेवों और बीजों के पोषक तत्व लाभ
अखरोट लगभग 4.5 ग्राम प्रोटीन और 2.5 ग्राम ओमेगा-3 वसा प्रदान करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं।
बादाम के फायदे न केवल प्रोटीन में हैं। इसमें मैग्नीशियम, रबड, विटामिन ई और पोटैशियम भी होते हैं।
मूंगफली भी बहुत हेल्दी होती है, क्योंकि इसमें प्रोटीन, ओमेगा-3 और ओमेगा-6 वसा होते हैं।
चिया, फ्लैक्स, सरसों, और हेंप भी बीज प्रोटीन के जोरदार स्रोत हैं. इनमें ओमेगा-3, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं.
ये बीज आपके आहार को स्वस्थ बना सकते हैं. इन्हें खाने से स्वास्थ्य और पोषण दोनों उत्तम बनता है.
“नट्स और बीज न केवल प्रोटीन-समृद्ध हैं, बल्कि स्वस्थ वसा, विटामिन और खनिज भी प्रदान करते हैं.”
मेवे और बीज तेजी से पचने वाला प्रोटीन और पोषक तत्व प्रदान करतें हैं.
इसमें प्रोटीन, स्वस्थ वसा, ओमेगा-3, फाइबर, विटामिन और खनिज हैं.
वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम पर और भी इन्हें प्रोटीन भरपूर और पौष्टिक संसाधनों के बारे में पढ़ सकते ह।
सोया उत्पाद – टोफू, टेम्पे और एडामामे
सोया उत्पाद, जैसे की टोफू, टेम्पे, और एडामामे, शाकाहारी आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. इन्हे यहाँ पर सिर्फ प्रोटीन स्रोत नहीं माना जाता. इनका सेवन खासकर पोषणशील होता है, क्योंकि इनमें पोषक तत्व, कैल्शियम, और पाचन स्वस्थ्य के लिए अन्य गुण होते हैं.
विभिन्न सोया उत्पादों की पोषक पोषक गुणवत्ता
टोफू में, हर 3.5 औंस के आसपास, 10 ग्राम सोया प्रोटीन होता है. यह लोगों के लिए एक अच्छा स्रोत साबित होता है. इसका सेवन करते समय पोषक तत्वों की कमी नहीं होती. कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं.
टेम्पे, जो एक फर्मेंटेड सोया उत्पाद है, 3.5 औंस में होशियारी से 19 ग्राम प्रोटीन उपलब्ध कराता है. इसमें उच्च पोषक घनत्व होता है, जिससे यह आहारिक विकल्प बनता है. यहाँ पर कोई कमी नहीं है.
एडामामे या रसीले सोया बीन, प्रति कप में एक्दम सही 17 ग्राम प्रोटीन प्रदान करते हैं. इससे आपका पाचन स्वास्थ्य और मांसपेशियों के विकास का सहारा मिलता है.
“सोया उत्पाद शाकाहारी आहार के लिए महत्वपूर्ण हैं. ये प्रोटीन, कैल्शियम, लाल कोशिका और पाचन स्वास्थ्य में मदद करते हैं.”
इस प्रकार, सोया उत्पाद जैसे टोफू, टेम्पे और एडामामे विश्वस्त आहारिक स्रोत होते हैं. वेजीटेरियन एवं वीगन लोगों के लिए साथ ही, ये स्वस्थ भी हैं.
डेयरी उत्पाद – अंडे, पनीर और दही
लैक्टो-वेजीटेरियनों के लिए, डेयरी उत्पाद से अंडे प्रोटीन, पनीर प्रोटीन, और दही प्रोटीन मिलते हैं। ग्रीक दही में प्रति कप 20 ग्राम प्रोटीन होते हैं. वो कैल्शियम और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्व भी हैं.
वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम की एक जर्नल में डेयरी उत्पाद की महत्वपूर्णता आयी है. ये प्रोटीन और पोषक तत्व शाकाहारी लोगों के लिए भारी हैं.
डेयरी उत्पाद | प्रोटीन मात्रा (प्रति सर्विंग) | पोषक मूल्य | स्वास्थ्य लाभ |
---|---|---|---|
अंडे | 6-8 ग्राम | उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन, विटामिन बी12, विटामिन डी | कोलेस्ट्रॉल कम, हड्डी स्वास्थ्य बढ़ाता है |
पनीर | 13 ग्राम | उच्च कैल्शियम, उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन | हड्डी स्वास्थ्य, मांसपेशियों का विकास |
दही | 20 ग्राम | उच्च प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी12 | पाचन सुधार, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देता है |
डेयरी उत्पाद खाने से शाकाहारी व्यक्ति पोषक मिलते हैं. इससे उनका स्वास्थ्य भी बढ़ता है.
प्रोटीन स्रोतों का तुलनात्मक विश्लेषण – पशु बनाम शाकाहारी
पशु और पौधों से मिलने वाले प्रोटीन की तुलना करने पर, पशु प्रोटीन अच्छे आमिनो एसिड्स से भरपूर होता है। इसकी वजह से यह अच्छे से पोषण देता है। पौधों से आने वाले प्रोटीन पर्यावरण के लिए अधिक हितकारी है। ये कम पानी, भूमि, और पर्यावरण में अच्छे रूप से मिलने वाले तत्वों का सही उपयोग करते हैं।
शकाहारी प्रोटीन में कम वसा और कोलेस्ट्रॉल होता है, जो हृदय के लिए अच्छा है।
पशु प्रोटीन बनाम शाकाहारी प्रोटीन की तरह बात करें, पशु प्रोटीन में ज्यादा लियूसीन पाया जाता है। लियूसीन मांसपेशियों के निर्माण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। वहीं, शाकाहारी खाने वाले यह भी जानते हैं कि क्विनोआ, सोया, और दालें भी उच्च-प्रोटीन खाद्य पदार्थ हैं। कुछ शाकाहारी प्रोटीन हो सकते हैं कि पशु स्रोतों के समान फायदेमंद हों।
अंत में, दोनों प्रकार का प्रोटीन, यहाँ वा वहाँ फायदेमंद हो सकता है। सबसे अच्छा यह है कि लोगों को उनकी जरूरतों और चैये प्रोटीन विकल्पों को चुनने देना चाहिए। आप वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम पर और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं शाकाहारी प्रोटीन स्रोतों के बारे में।
FAQ
प्रोटीन क्यों आवश्यक है?
प्रोटीन जीवन की इमारत के “ईंट” है. यह मांसपेशियों को निर्मित करता है और जैवरासायनिक प्रक्रियाओं में मदद करता है. यह ऊतकों को साथ जोड़ने में मदद करता है और बीमारियों से बचाव करने में सहायक होता है।
प्रोटीन की कमी के क्या प्रभाव हो सकते हैं?
2017 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, 73% भारतीय प्रोटीन की रोज़ाना जरूरत को पूरा नहीं कर पाती है. 90% लोगों को यह भी नहीं पता कि रोज़ाना कितना प्रोटीन चाहिए. प्रोटीन की कमी से मांसपेशियों और ऊतकों पर बुरा असर पड़ सकता है।
wellhealthorganic.com पर शाकाहारी प्रोटीन स्रोत क्या हैं?
वेलहेल्थऑर्गेनिक.कॉम पर ईंटे, सेम, मटर, और क्विनोआ के अलावा अनेक शाकाहारी प्रोटीन स्रोत हैं. ये प्राकृतिक स्रोत आपकी रोज़ाना की प्रोटीन जरूरत को पूरा करते हैं।
दालें, सेम और मटर में प्रोटीन के अतिरिक्त क्या पोषक तत्व होते हैं?
दालों, सेम, और मटर में प्रोटीन के साथ फाइबर, लौह, और फोलेट भी होते हैं. दालें का सेवन दिल के लिए फायदेमंद होता है और मधुमेह से बचाव में सहायक होता है.
क्विनोआ क्यों एक पूर्ण प्रोटीन माना जाता है?
क्विनोआ एक पूर्ण प्रोटीन है क्योंकि इसमें नौ आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं. एक अध्ययन ने इसकी गुणवत्ता को सबूत दिया है. ये एक बेहतर विकल्प प्रदान करता है।
मेवे और बीजों में प्रोटीन के अलावा क्या पोषक तत्व होते हैं?
मेवे और बीज स्वस्थ वसा, विटामिन, और खनिज प्रदान करते हैं. एक औंस बादाम में 6 ग्राम प्रोटीन होता है. नट्स से दिल की बीमारी का खतरा कम होता है.
सोया उत्पादों में कितना प्रोटीन होता है?
सोया उत्पाद वेजीटेरियन और वीगनों के लिए अच्छा प्रोटीन स्रोत है. टोफू में 10 ग्राम प्रोटीन होता है. टेम्पे में तो 19 ग्राम प्रोटीन होता है।
डेयरी उत्पाद किन प्रकार के प्रोटीन स्रोत हैं?
डेयरी उत्पाद से लैक्टो-वेजीटेरियनों को प्रोटीन मिलता है. ग्रीक दही में 20 ग्राम प्रोटीन होता है. ये प्रोटीन स्रोत जरूरी पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं.
पशु प्रोटीन और पौधे-आधारित प्रोटीनों में क्या अंतर हैं?
पशु प्रोटीन में सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं. पौधे-आधारित प्रोटीन पर्यावरण के लिए अच्छे हैं. ये दिल के लिए भी अच्छे हैं क्योंकि इनमें कम वसा होता है.